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तुम मेरे शोक ऑब्जर्वर हो

गाड़ी सड़क पर चलती रहती है। एक्सेलेरेटर, गियर, ब्रेक, इंजन सब आपस में तालमेल बनाए हमें गंतव्य तक पहुंचने में मदद करते रहते हैं।

लेकिन, इस सब के बीच में एक गाड़ी का पार्ट होता है जो बिना कुछ बताएं या जताए गाड़ी को ऊंच नीच गड्ढा खाई से बचाते हुए एक सुखद और आरामदायक सफर मुमकिन करता है उसे शोक ऑब्जर्वर कहते हैं।

हमारी जिंदगी में भी कुछ लोग ऐसे ही शॉक ऑब्जर्वर की तरह होते हैं। न कुछ मांगा, न कुछ पूछा, न जताया न बताया, बस आपके जीवन मार्ग को सुखद और आरामदायक बनाता रहा —अच्छे वक्त मै साये की तरह और कठिन क्षणों में शॉक आब्जर्वर की तरह!

ऐसे लोगों का नाम पता अपने दिल पर लिख लीजिए।