सिद्धि का अर्थ अलौकिक शक्तियों के प्रभाव से कठिन से कठिन कार्य में भी जैसे कि किसी लक्ष्य की प्राप्ति, किसी समस्या का समाधान, या किसी परियोजना में सफलता प्राप्त कर लेना है।
मन की शुभ कामनाओं की पूर्ति हो जाना मनोकामना सिद्धी है।
भक्ति की याचना करते करते भक्त हो जाना भक्त की सिद्धी है।
परमात्मा की प्रार्थना करते करते परमात्मा मिल जाए तो भक्ति की सिद्धी है ।
और आत्मनुभूति हो जाए तो ज्ञान की सिद्धी है।
जगत में राग न रहे तो वैराग्य की सिद्धी है ।
उपरोक्त अंश हनुमान चालीसा की फलसिद्धि के लिए सम्मिलित है और तुलसीदास कहते हैं की जो व्यक्ति यह हनुमान चालीसा पढ़ लेता है उसको सारी सिद्धियाँ प्राप्त हो जाती है और यह भगवान शंकर को साक्षी रखकर प्रमाणित है।